CBSE class 9 English Gulliver’s Travels Novel – Part II – A Voyage to Brobdingnag
In the Land of Giants, in Brobdingnag
After staying with his family for some time, Gulliver commenced his voyage on a merchant ship “Adventure’ on 20th June, 1702. The ship was bound for Surat. After facing the rough sea and the storms, the Captain sighted the land. He sent a few members of the crew, including Gulliver, to look for freshwater on land. Gulliver ventured alone deep into the island. When he came back to the shore, he found the boat hurrying away pursued by a man of huge size. Gulliver hid himself in a field but soon the master of the field detected him. He picked up Gulliver with his hand and treated him kindly. Gulliver found himself in Brobdingnag, the land of Giants. At meals Gulliver saw a dish about twenty-four meter in diameter. Even the cat seemed three times larger than an ox. Gulliver saw a mother feeding her breast to a child. The people of Brobdingnag were not deformed but looked ugly due to their gigantic dimensions.
विशालाकयों के देश Brobdingnag में
अपने परिवार के साथ कुछ दिन ठहर कर गुलिवर ने अपनी यात्रा की एक व्यापारिक जहाज ‘Adventure” पर 20 जून, 1702 को प्रारंभ किया। जहाज Surat के लिये चलना था। उग्र समुद्र और तूफानों का सामना करने के बाद, कप्तान ने जमीन को देखा। उसने Gulliver समेत कुछ नाविकों को ताजे पानी की खोज के लिये जमीन पर भेज दिया। Gulliver अकेला ही द्वीप में अन्दर चला गया। जब वह समुद्री तट पर वापिस आया तो उसने देखा कि उसकी किस्ती को विशालकाय आदमी पीछा कर रहे थे, जल्दी से जाते हुए देखा। Gulliver ने स्वयं को एक खेत में छुपा लिया लेकिन खेत के मालिक ने उसे शीघ्र ही ढूंढ लिया। उसने Gulliver को हाथों में उठा लिया और उसके साथ विनम्रता से व्यवहार किया। Gulliver ने स्वयं को विशालकाय व्यक्तियों Brobdingnag नामक देश में पाया। भोजन पर Gulliver ने एक 24 मीटर व्यास की एक तश्तरी को देखा। बिल्ली भी बैल से तीन गुणा आकार में बड़ी थी। Gulliver ने एक माँ को अपनी छाती से दूध पिलाते देखा। Brobdingnag के लोग विकृत नहीं थे लेकिन अपनी विशालता के कारण भद्दे लगते थे।
Gulliver Exhibited publically
A visitor suggested the farmer that he could earn a lot of money by exhibiting Gulliver to the people for a little money. Gulliver was carried in a box on the next market day for public display. The farmer’s nine-year-old little girl who was 30 feet tall, was fascinated by Gulliver. She acted as a nurse for him. The farmer earned a lot of money by those public shows. He came to the metropolis. The Queen also saw him and bought Gulliver from the farmer in a thousand pieces of gold. The nine-year-old girl of the farmer remained with Gulliver as his nurse. The king wondered how such a small creature as Gulliver could exist on earth. He sent for three scholars to consult about Gulliver. They came to a conclusion that Gulliver was ‘ a freak of nature’.
Gulliver को सार्वजानिक रूप से प्रदशिति किया गया
एक आगुन्तक ने किसान को सुझाव दिया कि वह Gulliver का प्रदर्शन कर लोगों के थोड़े पैसे लेकर काफी धन कमा सकता था। Gulliver की अगले बाजार लगने वाले दिन को सार्वजनिक प्रदर्शन के लिये ले जाया गया। किसान की 9 वर्ष की कन्या जो लगभग 30 फुट ऊँची थी, Gulliver पर मोहित थी। वह Gulliver की नस के रूप में काम करती थी। किसान ने सार्वजनिक प्रदर्शनों के द्वारा बहुत सा पैसा कमा लिया। वह राजधानी आया। महारानी ने Gulliver को देखा और उसने किसान से उसे एक हजार सोने के सिक्कों में खरीद लिया। किसान की 9 वर्ष की कन्या Gulliver की नर्स के रूप में उस के साथ रही। राजा को हैरानी हुई कि Gulliver जैसा छोटा प्राणी किस प्रकार पृथ्वी पर जिंदा रह सकता था। उसने Gulliver के बारे में सलाह लेने के लिये तीन विद्वानों को बुलाया। वे इस नतीजे पर पहुँचे कि Gulliver प्रकृति की एक विलक्षणता (अनूठी चीज) है।
Gulliver at the Royal Palace in Brobdingnag
The Queen developed a fascination for Gulliver. She enjoyed looking at Gulliver while he was having his food. The Queen kept a dwarf as a pet to her in the palace. The dwarf was jealous of Gulliver as the Queen became more fond of the newcomer. The dwarf played many mischiefs. One day he threw Gulliver into a large bowl of cream. On another occasion, he shook the branch of an apple tree. The huge falling apples wounded Gulliver.
Gulliver, Brobdingnag के सही महल में
महारानी Gulliver पर मोहित थी। जब Gulliver भोजन करता था तो वह उसे देखती रहती थी। महारानी ने एक बौने को एक पालतू के तौर पर महल में रख रखा था। बौना Gulliver से ईष्य करता था क्योंकि महारानी नव-आगुन्तक से अधिक लगाव रखती थी। बौने ने बहुत सी शरारत की। एक दिन उसने Gulliver को एक क्रीम से भरे कटोरे में फेंक दिया। एक दूसरे मौके पर उसने एक सेब की टहनियों को हिला दिया। बड़े भारी गिरते हुए सेबों ने Gulliver को घायल कर दिया।
Description of Brobdingnag and the Giants
The country of Brobdingnag was well inhabited. It contained 51 cities, a hundred walled towns and a large number of villages. The metropolis Lorbulgrud was situated in the centre on either side of a river. There were many mishaps. One day suddenly there was a shower of hailstones as large as 1800 times than those in Europe. Gulliver was badly injured. One day, a dog seized Gulliver within his mouth and ran straight to his master. Luckily Gulliver was saved. On another occasion, a kite swooped on him but Gulliver saved himself with his sword. One day, a monkey carried him off on the top of a building and the King’s men rescued him. He spent 15 days in bed. On another day, he was half sunk in cow-dung and waded through it with difficulty.
Brobdingnag और विशालकाय व्यक्तियों का वर्णन
Brobdingnag देश अच्छी तरह बसा हुआ था। उसके अन्दर 51 शहर, एक सौ दीवार बंद कसबे और बड़ी संख्या में गाँव थे। राजधानी Lorbulgrud बीच में एक नदी के दोनों किनारों पर स्थित थी। बहुत सी दुर्घटनाएँ हुई। एक दिन यूरोप के आकार में 1800 गुणा बड़े ओले अचानक ही गिर पड़े। Gulliver बुरी तरह घायल हो गया। एक दिन कुत्ते ने Gulliver को मुँह से पकड़ा और उसे अपने मालिक के पास ले गया। सौभाग्य से Gulliver बच गया। दूसरे मौके पर एक बाज Gulliver पर झपटा लेकिन Gulliver ने अपनी तलवार से अपनी रक्षा की। एक दिन एक बंदर उसे एक इमारत की छत पर ले गया और राजा के लोगों ने उसकी रक्षा की। उसने 15 दिन बिस्तर में बिताये। एक बार वह गोबर में आधा धंस गया और बड़ी मुश्किल उससे बाहर निकला।
Gulliver’s Account of England and King’s Adverse Reaction
The King, a learned man, asked many questions about his native country and its government. Gulliver told that in England the Parliament had two houses-the House of Commons and the House of Lords. The members were elected on the basis of merit and competence. There were courts of justice. The King was not impressed. To him Gulliver’s country seemed to be “a heap of conspiracies”, rebellious, murders, envy, lust and malice. He thought his countrymen as the “pernicious race of little odious vermins.” Gulliver thought that the King’s unfavorable outlook was due to his isolation from rest of the world. He offered to teach them how to manufacture gunpowder. The King was horrified and didn’t want to produce such weapons of mass destruction. The King thought that no books were needed to run a government. Whoever could make two ears of corn or grow two blades of grass upon a piece of ground did more service than all the politicians put together.
Gulliver द्वारा England का वर्णन और राजा की विपरीत प्रतिक्रिया
राजा, जो एक विद्वान था, उसने Gulliver के देश और उसकी सरकार के बारे में बहुत से प्रश्न पूछे। Gulliver ने बताया कि England में संसद के दो भाग हैं-House of Commons और House of Lords। सदस्यों को योग्यता और निपुणता के आधार पर चुना जाता था। न्याय के लिए न्यायालय थे। राजा प्रभावित नहीं हुआ। उसे Gulliver का भरा एक ढेर लगा। वह उसके देशवासियों को छोटे से घृणित कीड़ों की नस्ल का मानता था। Gulliver सोचता था कि राजा की नापसंदगी का दृष्टिकोण उसके बाकी के संसार से कटे हुए होने के कारण था। उसने राजा को gun-powder बनाने की विधि सिखाने की पेशकश की। राजा भयभीत हो गया और वह इस प्रकार के इतने बड़े पैमाने पर विनाश करने वाले हथियारों को तैयार नहीं करना चाहता था। राजा सोचता था कि सरकार चलाने के लिये किसी भी पुस्तकों की आवश्यकता नहीं होती। जो कोई दो बाल अनाज उगाना, या जमीन के टुकड़े पर घास के दो तिनके उगाना जानता वह सब राजनीतिज्ञों को मिलाकर भी उनसे अधिक सेवा करता।
Gulliver Leaves Brobdingnag for England
Gulliver wanted to leave Brobdingnag as he had already spent two years there. A strange incident occurred. Once the King and the Queen had halted in a city closed to the sea. As usual Gulliver was kept in a travelling box. An eagle of huge size caught hold of the ring of the box and flew away. The eagle was soon attacked by other eagles and the box was dropped into the sea. Luckily, the Captain of a ship sighted Gulliver and lifted him up on the ship. The Captain agreed to take Gulliver with him to England whither the ship was bound. When Gulliver was travelling homewards, he was struck by the smallness of the trees, houses, cattle and the people. It looked as if he was in Lilliput again. When Gulliver met his wife and children, they appeared to him to be pigmies.
Gulliver, England जाने के लिए Brobdingnag छोड़ता है
क्योंकि उसने वहाँ पहले ही 2 साल से अधिक बिता चुका था, वह Brobdingnag को छोड़ना चाहता था। एक विचित्र घटना घटी। एक बार राजा और महारानी समुद्र किनारे के एक शहर में ठहरे हुए थे। आम तौर पर जैसे होता था, Gulliver को एक यात्रा-डिब्बे में रखा गया था। एक विशाल आकार के बाज ने उस डिब्बे के घेरे को पकड़ा और उसे ले उड़ा। उस पर दूसरे बाजों ने हमला कर दिया और वह डिब्बा समुंद्र में जा गिरा। सौभाग्यवश एक जहाज के कप्तान की नजर Gulliver पर पड़ गयी और उसने उसे जहाज के ऊपर उठा लिया। क्योंकि जहाज वहीं जा रहा था, तो कप्तान Gulliver को अपने साथ England ले जाने के लिये तैयार हो गया। जब Gulliver घर की ओर यात्रा कर रहा था, तो वह वृक्षों, घरों, पशुओं और लोगों के छोटे आकारों से ग्रस्त हुआ। उसे ऐसा लगा कि वह फिर से Lilliput में आ गया हो। जब Gulliver अपनी पत्नी और बच्चों से मिला तो वे उसे बौने प्रतीत हो रहे थे।