Class 6 Sanskrit Grammar Book Solutions संज्ञा शब्द-रूपाणि तथा वाक्यप्रयोगः
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Sanskrit Vyakaran Class 6 Solutions संज्ञा शब्द-रूपाणि तथा वाक्यप्रयोगः
अभ्यासः
प्रश्न: 1.
रिक्तस्थानानि पूरयत। (रिक्त स्थान भरिए Fill in the blanks.)
उत्तर:
उत्तर:
उत्तर:
उत्तर:
उत्तर:
प्रश्न: 2.
कोष्ठकात् उचितं रूपं चित्वा रिक्तस्थाने लिखत। (कोष्ठक से उचित रूप चुनकर रिक्त स्थान में लिखिए | Fill in the blanks with correct form of the word from the bracket.)
उदाहरणम्- छात्रा: विद्यालयम् गच्छन्ति । (छात्रः, छात्रौ, छात्राः)
(क)
(i) छात्रः ………………….. सह पठति। (छात्रस्य, छात्रः, छात्रेण)
(ii) बालकः ………………… पश्यति। (गजः, गजम्, गजेन)
(iii) उद्याने ………………… सन्ति । (वृक्षः, वृक्षौ, वृक्षाः)
(iv) ……………….. फलानि सन्ति। (वृक्षेषु, वृक्षेषू, वृक्षस्य)
(v) अम्बा ……………… पुस्तकम् यच्छति। (पुत्रम्, पुत्रे, पुत्राय)
(vi) सैनिक: …………………. न पतति । (अश्वम्, अश्वात्, अश्वेन)
(vii) बालकः……….. विद्यालयम् गच्छति। (बसयानम्, बसयानेन, बसयानेन्)
(viii) स: …………………. तिष्ठति। (बसयानम्, बसयाने, बसयानात्)
उत्तर:
(i) छात्रेण
(ii) गजम्
(iii) वृक्षाः
(iv) वृक्षेषु
(v) पुत्राय
(vi) अश्वात्
(vii) बसयानेन
(vii) बसयाने
(ख)
(i) छात्राः ………… नमन्ति। (प्रधानाचार्या, प्रधानाचार्याम्, प्रधानाचार्यायै)
(ii) प्रधानाचार्या ………………. पुरस्कारं यच्छति। (बालिकाम्, बालिकायै, बालिकायाम्)
(iii) एतत् …………………. गृहम्। (राधा, राधाम्, राधायाः)
(iv) वृक्षस्य ………… खगाः कूजन्ति। (शाखा, शाखायाम्, शाखाम्)
(v) …………………. पुष्पाणि विकसन्ति। (लताः, लतानाम्, लतासु)
उत्तर:
(i) प्रधानाचार्याम्
(ii) बालिकायै
(iii) राधायाः
(iv) शाखायाम्
(v) लतासु
(ग) कोष्ठकात् शुद्धं विकल्पं चिनुत रिक्तस्थानानि च पूरयत। (कोष्ठक में से शुद्ध विकल्प चुनिए और रिक्त स्थान भरिए। Pick out the correct option and fill in the blanks from the bracket.)
उदाहरणम् – पुष्पाणि विकसन्ति । ( पुष्याः, पुष्पाणि, पुष्पम्)
(i) ………………….. पतन्ति । (पत्रम्, पत्राः, पत्राणि)
(ii) किं त्वम् ………………… खादसि? (आम्रान्, आम्राः, आम्राणि)
(iii) मातुल: ……………….. आनयति। (फल, फलानि, फलान्)
(iv) मालाकार: ……………… आनयति। (पुष्पान्, पुष्प, पुष्पाणि)
(v) सरोवरे ………………… विकसन्ति । (कमलम्, कमला:, कमलानि)
(vi) मम …………………. समीपे अस्ति। (गृहः, गृहम्, ग्रहम्)
उत्तर:
(i) पत्राणि
(ii) आम्राणि
(iii) फलानि
(iv) पुष्पाणि
(v) कमलानि
(vi) गृहम्
प्रश्नः 3.
उदाहरणम् अनुसृत्य रिक्तस्थानानि पूरयत। (उदाहरण के अनुसार रिक्त स्थान भरिए। Fill in the blanks as per the example.)
उदाहरणम्- अन्नम् अन्ने अन्नानि
उत्तर:
(i) चक्रम् – चक्राणि
(ii) क्षेत्रे, क्षेत्राणि
(iii) वाहनम् – वाहनानि
(iv) पुस्तके – पुस्तकानि
(v) वस्त्रम् – वस्त्राणि
प्रश्न: 4.
उचितंविकल्पं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत। (उचित विकल्प चुनकर रिक्त स्थान भरिए। Pick out the correct option and fill in the blanks.)
(क)
(i) हे …………………. ! (माला, माले, मालाम्)
(ii) हे ………… (गुरु, गुरुः, गुरो)
(iii) हे …………………. । (रविः, रवे, रवि)
(vi) हे …………. (फल, फलम्, फलः)
(vii) हे ……………… । (नदी, नदि, नदी:)
उत्तर:
(i) माले
(ii) गुरो
(ii) रवे
(iv) फल
(v) नदि
(ख)
(i) वृक्षाः …………………. फलानि यच्छन्ति। (सर्वभ्यः, सवेभ्यः, सर्वे)
(ii) शिक्षिका ……………… वृत्तांत कथयति ।( बालिकेभ्यः, बालिकाभ्यः, बालिका)
(iii) सा पुष्पैः ………………… रचयति। (माला, मालाः, मालान्)
(iv) खगाः …………………. उपविशन्ति। (शाखे, शाखाषु, शाखायाम्)
(v) ………….. कमलानि विकसन्ति। (सरोवरेषू, सरोवरेसु, सरोवरेषु)
उत्तर:
(i) सर्वेभ्यः
(ii) बालिकाभ्यः
(iii) माला:
(iv) शाखायाम्
(v) सरोवरेषु
अधोदत्तानि वाक्यानि अवलोकयत।
(नीचे दिए गए वाक्यों को देखिए। Look at the sentences given below.)
1. छात्रः पठति। – छात्र पढ़ता है। – (The student reads.)
2. अध्यापिका छात्रम् वदति। – अध्यापिका छात्र को कहती है। – (The teacher says to the student.)
3. एषः छात्रस्य कलमः। – यह छात्र की कलम है। – (This is the student’s pen.)
उपरिलिखित वाक्यों में स्थूलाक्षरों में आए शब्द ‘छात्रः, छात्रम्, छात्रस्य’ मूल शब्द ‘छात्र’ के विभिन्न रूप हैं। वाक्य-प्रयोग के अनुसार मूल शब्द में अंतर आ गया है हम हिन्दी भाषा में ने, को, के लिए, का, में, पर, आदि परसर्गों का प्रयोग करते हैं; जैसे–’छात्र ने’, ‘छात्र को’, ‘छात्र के लिए’, ‘छात्र का’ इत्यादि। ये परसर्ग शब्द से पृथक् रहते हैं, किन्तु संस्कृत भाषा में उसी अर्थ को दर्शाने के लिए विभिन्न शब्द-रूपों का प्रयोग किया जाता है। उदाहरणतः-‘छात्र को’ इस अर्थ को दर्शाने के लिए ‘छात्रम्’ केवल एक शब्द प्रयोग में आता है। इसी प्रकार ‘छात्र का’ के अर्थ में ‘छात्रस्य’ केवल एक ही शब्द प्रयुक्त होता है।
[In the sentences given above all the words in bold letters-‘छात्रः, छात्रम्, छात्रस्य’ have originated from the basic word (मूल शब्द) छात्र which has undergone changes according to its use in the sentence.]
(In English, we use prepositions viz. to, for, with, of, in, on etc, which stand separate from the word with which they are used. In Sanskrit language, different forms of the word are used to convey that meaning e.g. to express ‘of a student’, we use just one-word ‘छात्रस्य’. Similarly to express to a student’, one-word ‘छात्रम्’ is used.)
अवधेयम्-संस्कृत भाषा में कोई भी शब्द अपने मूल रूप में वाक्य में प्रयुक्त नहीं होता। वाक्य-प्रयोग के समय उसमें रूपान्तर आता है। इसी को शब्द-रूप कहते हैं। (In Sanskrit no word can be used in a sentence in its basic form. The basic word undergoes a change. This is called Declension.)
ये सब ‘छात्र’ शब्द के एकवचन के रूप हैं। छात्र शब्द पुँल्लिङ्ग है। यह अकारान्त शब्द है। बालक, कलम, विद्यालय, अध्यापक, जनक, वृक्ष, पादप, वानर, सिंह, गज, शुक, मयूर आदि सभी अकारान्त पुँल्लिङ्ग शब्दों के रूप इसी प्रकार होते हैं।
[All these are different forms, (singular) of the word, ‘917’ which is masculine in gender. It is an अकारान्त word i.e. it has ‘अ’ as the last letter. All masculine अकारान्त words as the ones listed above like बालक, कलम, विद्यालय etc. are declined in the same way.]
अधोदत्तानि वाक्यानि अवलोकयत। (नीचे दिए गए वाक्यों को देखिए। Examine the sentences given below.)
1. पत्राणि वृक्षात् पतन्ति।
2. उद्याने पुष्पाणि विकसन्ति ।
3 एतत् मम पुस्तकम्।
4. एतत् मम गृहम्।
5. आम्रफलम् मधुरम् अस्ति।
उपरिलिखित वाक्यों में पत्राणि, पुष्पाणि, पुस्तकम्, गृहम्, आम्रफलम् नपुंसकलिङ्ग शब्द हैं। यहाँ मूल शब्द क्रमशः पत्र, पुष्प, पुस्तक, गृह, आम्रफल हैं, जो अकारान्त हैं।
[In the sentences given above the words in bold letters viz. पत्राणि, पुष्पाणि etc. are words in neuter gender. The basic word in each of these (पत्र, पुष्प etc.) is अकारान्त.]
शेष रूप अकारान्त पुंल्लिङ्ग की भाँति। The remaining forms as in अकारान्त (Mas.)
पत्र, पुष्प, गृह, वस्त्र, पुस्तक, क्षेत्र, धन, कमल, आम्र आदि अकारान्त (नपुं०) शब्दों के रूप भी फल की भाँति होते हैं। (Words like पत्र, पुष्प, गृह etc. are in neuter gender and are declined like फल.)
अवधेयम्-नपुंसकलिङ्ग शब्दों के रूप प्रथमा तथा द्वितीया में एक समान होते हैं। (Words in neuter have the same form in Nominative and Accusative Case.)
बाला, माला, लता, शाखा, वाटिका, अध्यापिका, पाठशाला, मञ्जूषा आदि आकारान्त (स्त्री०) शब्दों के रूप ‘बालिका’ की भाँति होते हैं। (Words ending in ‘आ’ are feminine in gender and are declined like बालिका.)
एवमेव मुनि, रवि, हरि, कपि, इत्यादीनाम् इकारान्त पुंल्लिङ्ग शब्दानां रूपाणि भवन्ति। (इसी प्रकार मुनि, रवि, हरि, कपि इत्यादि इकारांत पुल्लिंग शब्दों के रूप होते हैं।)